एंटीबॉडी परीक्षण कैसे हमें COVID-19 ( Corona Virus ) से लड़ने में मदद कर सकता है ?






Antibody Test


एंटीबॉडी है क्या?
एंटीबॉडी, जो की इम्युनोग्लोबुलिन के रूप में भी जाना जाता है, एक बड़ा, वाई आकार का प्रोटीन है जो मुख्य रूप से प्लाज्मा कोशिकाओं द्वारा निर्मित किया जाता है, जिसका उपयोग हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली रोगजनक बैक्टीरिया और वायरस को बेअसर करने करता है।



"एंटीबॉडी" शब्द का पहली बार प्रयोग पॉल एर्लिच द्वारा किया गया।
पॉल एर्लिच (14 मार्च 1854 - 20 अगस्त 1915) जो की एक नोबेल पुरस्कार विजेता जर्मन-यहूदी चिकित्सक और वैज्ञानिक थे, जिन्होंने हेमटोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और रोगाणुरोधी रसायन चिकित्सा के क्षेत्र में काम किया था।




एंटीबॉडी परीक्षण कैसे हमें COVID-19 ( corona virus ) से लड़ने में मदद कर सकता है।

फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने गुरुवार को COVID-19 के लिए एंटीबॉडी परीक्षण को मंजूरी दे दी है। इस परीक्षण के द्वारा संभावित रूप से वायरस से प्रतिरक्षित लोगों की पहचान की जा सकती हैं।

एंटीबॉडी परीक्षण आखिर है क्या?

COVID-19 परीक्षण मुख्य रूप से दो प्रकार से किये जाते हैं।

1. पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (पीसीआर) परीक्षण : नाक या गले पर वायरस की आनुवंशिक सामग्री (आरएनए) की उपस्थिति को दिखाता है। इस परीक्षण से बता सकते हैं कि क्या किसी को सक्रिय संक्रमण है या नहीं।

2. दूसरा है सीरोलॉजिकल परीक्षण: ये एक रक्त परीक्षण होता है जो की SARS-CoV-2 के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रणाली द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी की उपस्थिति को दिखाता हैं।




जब [सीरोलॉजिकल] टेस्ट करते हैं, और अगर [COVID-19] एंटीबॉडीज पाया जाता है तो इसका मतलब है कि [व्यक्ति] को अतीत में संक्रमण था। ये एंटीबॉडी किसी ऐसे व्यक्ति में  भी मौजूद हो सकते हैं जो संक्रमित रहा हो , लेकिन उसे कभी भी कोई लक्षण नहीं था।

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